उम्र के शुरुआती दौर में अपने बच्चे के साथ खेलें और संवाद करें।

यही आंनदमयी क्षण खेल के माध्यम से उनके आत्मविश्वास, जिज्ञासा और रचनात्मकता को बढ़ाते हैं।

Author: UNICEF India